प्रकाश का परावर्तन | भौतिकी विज्ञान Class 10 Science

नमस्कार छात्रों, स्वागत है आपका themicroskills पर, जहां मिलता है आपको सभी क्लास के बच्चों फ्री एजुकेशन देने का निर्णय लिया है।आज हम चर्चा करेंगे भौतिक विज्ञान के अध्याय “प्रकाश – परावर्तन तथा अपवर्तन” के पहले भाग प्रकाश और प्रकाश का परावर्तन पर।

प्रकाश क्या है? What is Light

प्रकाश

प्रकाश एक ऐसी ऊर्जा है जो किसी वस्तु पर पड़कर हमारी आंखों में आने पर हमें उस वस्तु का अनुभव कराती है। बिना प्रकाश के हम किसी भी वस्तु को नहीं देख सकते।

दिन में सूरज की किरणें और रात में दीपक, ट्यूबलाइट या अन्य स्रोत हमें प्रकाश देते हैं।भौतिक रूप से, प्रकाश एक ऊर्जा का रूप है। यह विद्युत ऊर्जा या नाभिकीय ऊर्जा के रूपांतरण से प्राप्त होती है।ऊर्जा न तो बनाई जा सकती है और न नष्ट, केवल एक रूप से दूसरे रूप में बदल सकती है।

प्रकाश की उत्पत्ति

किसी भी स्रोत से प्रकाश ऊर्जा निकलने का कारण इलेक्ट्रॉन का एक ऊर्जा स्तर से दूसरे स्तर पर जाना व वापस आना होता है।

जब इलेक्ट्रॉन उच्च ऊर्जा स्तर से नीचे आता है, तब वह फोटॉन नामक ऊर्जा का पैकेट छोड़ता है, जिसे हम प्रकाश के रूप में देखते हैं।

अगर इन फोटॉनों की तरंगदैर्घ्य दृश्य सीमा में हो तो हमें दृश्य प्रकाश मिलता है।

प्रकाश का स्वभाव

प्रकाश की दोहरी प्रकृति होती है

  • कणीय (Particle) प्रकृति – क्योंकि इसमें फोटॉन होते हैं जो ऊर्जा के सूक्ष्म कण हैं।
  • तरंगीय (Wave) प्रकृति – क्योंकि इसका प्रसार तरंगों के रूप में होता है।

इसलिए कहा जाता है कि प्रकाश में दोनों प्रकृति, कण और तरंग, साथ मौजूद रहती हैं।

प्रकाश सीधी रेखा में चलता है

प्रकाश का सबसे महत्वपूर्ण गुण है कि यह सीधी रेखा में गमन करता है।

यदि किसी वस्तु के बीच पारदर्शी छेद रखकर प्रकाश वात को गुजरने दिया जाए, तो उसकी छाया बनती है — जिसका अर्थ है कि प्रकाश सीधी दिशा में ही चलता है।

वस्तु कैसे दिखाई देती है?

जब किसी वस्तु पर प्रकाश गिरता है, तो वह वस्तु उस प्रकाश को परावर्तित (Reflect) करती है।वह परावर्तित किरणें हमारी आंखों में प्रवेश करती हैं और हमें वस्तु का बोध होता है।यदि वस्तु प्रकाश को परावर्तित करे, तो वस्तु दिखाई नहीं देती।

परावर्तन (Reflection of Light)

परावर्तन की परिभाषा:

किसी सतह से प्रकाश का टकराकर उसी माध्यम में लौट आना प्रकाश का परावर्तन कहलाता है।

परावर्तन के घटक:

  • आपतित किरण (Incident Ray): आने वाली किरण
  • परावर्तित किरण (Reflected Ray): लौटने वाली किरण
  • अभिलंब (Normal): टकराने के बिंदु पर खींची गई लंब रेखा
  • आपतन कोण (Angle of Incidence): आपतित किरण और अभिलंब के बीच का कोण
  • परावर्तन कोण (Angle of Reflection): परावर्तित किरण और अभिलंब के बीच का कोण

परावर्तन के नियम

  • आपतन कोण = परावर्तन कोण
  • आपतित किरण, परावर्तित किरण और अभिलंब — तीनों एक ही तल (Plane) में होती हैं।

ये नियम सभी सतहों पर लागू होते हैं — चाहे सतह चिकनी (Regular Reflection) हो या खुरदुरी (Irregular Reflection)।

नियमित और अनियमित परावर्तन

नियमित परावर्तन: चिकनी सतह पर होने वाला परावर्तन, जिसमें सभी किरणें समानांतर लौटती हैं (जैसे दर्पण)।

अनियमित परावर्तन: खुरदुरी सतह पर होने वाला परावर्तन, जिसमें किरणें विभिन्न दिशाओं में लौटती हैं (जैसे दीवार, कपड़ा आदि)।

दोनों में नियम एक समान रहते हैं, फर्क केवल सतह के स्वरूप में होता है।

Leave a Comment