Software
नमस्कार दोस्तों साथियों बहू बहुत स्वागत है आपका आज के इस जानकारी में जिसमें आप जानेंगे कि एक सॉफ्टवेयर को कैसे बनाए जाते है और आप कैसे बना सकते हैं

Microsoft Power Point का notes download करें
Software development full course सिखे
इसको जानने से पहले आपको ये जानना बहुत आवश्यक हो जाता है कि आखिर software है क्या यो पहले इसको जान लीजिए कि software है क्या
Software क्या होता है?
⇒Software instruction and data program का एक set होता है जो कंप्यूटर को संचालित करने के लिए या उसे पूरा करने के लिए बनाया जाता है हार्डवेयर
सॉफ्टवेयर एक इंस्ट्रक्टर है जो कंप्यूटर को विशिष्ट कार्य करने के लिए इंस्ट्रक्शन देता है और इंस्ट्रक्शन के इस सेट को एक प्रोग्राम के रूप में भी जाना जाता है।
भौतिक पहलुओं का वर्णन करता है इसके उल्टा सॉफ्टवेयर एक नाम है जो किसी की device चलने वाली एप्लीकेशन स्क्रिप्ट को रन करने के लिए किया जाता है एक बात दिमाग में जरूर आता है कि सॉफ्टवेयर कैसे बनती है और सॉफ्टवेयर बनाने की प्रक्रिया क्या होती है तो हम जानेंगे कि सॉफ्टवेयर किसी प्रोग्रामिंग के द्वारा तैयार किया जाता है
Note:-(आज के दिन यदि कोई कहे कि software क्या है तो इसे बता बहुत आसान और सटीक है जो भी पूछे की सॉफ्टवेयर क्या है आप इसे सिंपली ये बोल सकते है कि आप अपने मोबाइल फोन जो जो एप्लीकेशन इस्तेमाल करते है है यानि App use hi software kaha जाता है )
सॉफ्टवेयर बनाते समय किन किन चीजों का ध्यान रखा जाता है।
सॉफ्टवेयर जाने से पहले आपको यह जानना होगा कि कंप्यूटर क्या है और इस पर सॉफ्टवेयर कैसे काम करता है
computer:- एक हार्ड वेयर से बना एक मशीन है जिसमें सॉफ्टवेयर को इंस्टॉल किया जाता है और सॉफ्टवेयर उसकी डिवाइस पर चलता है
आसान भाषा में कहें तो कंप्यूटर एक इलेक्ट्रॉनिक मशीन है जो इनपुट लेता प्रोसेस करता है और आउटपुट देता है
कंप्यूटर को अच्छे से समझने के लिए एक उदाहरण लेते हैं मान ले कि हम ms word का उपयोग कर कि हम एक डॉक्यूमेंट तैयार कर रहे हैं तो हम यहां कीबोर्ड से कंप्यूटर को इनपुट ले रहे हैं और और उस कोशिश कर स्क्रीन पर आउटपुट दिखा रहे हैं तो हां एमएस वर्ड एक सॉफ्टवेयर है तो आपको यह पता चल गया होगा कि सॉफ्टवेयर और कंप्यूटर क्या है तो हम आगे बात कर रहे हैं कि सॉफ्टवेयर क्या है और इसे कैसे बनाए जाते हैं
सॉफ्टवेयर कैसे बनाया जाते हैं
आजकल इंजीनियर ने बहुत सारे प्रोग्रामिंग लैंग्वेज बनाया है जैसे:- C,C++ ,JAWA, PYTHON जिसके सहारे आप सॉफ्टवेयर को लिख सकते हैं और स्पेशल सॉफ्टवेयर को बनाने के लिए दो या तीन प्रोग्रामिंग लैंग्वेज का भी उपयोग किया जाता है
सॉफ्टवेयरकिसी भी प्रोग्राम या किसी भी लैंग्वेज का उपयोग करके लिखा जा सकता सॉफ्टवेयर पर वही लिख सकता है जिसको प्रोग्रामिंग लैंग्वेज आता है
फिर भी सॉफ्टवेयर लिखने वाले को कुछ कोड का स्पोर्ट के साथ कन्फ्यूजन रहता है जिसे हम पक्ष कहते हैं और किसी भी सॉफ्टवेयर को करने के लिए उसे हमेशा अपडेट करने की जरूरत रहती है इसीलिए सॉफ्टवेयर लिखने वाले हमेशा सॉफ्टवेयर को अपडेट करते रहते हैं ताकि उसे और सुधारा जा सके
सॉफ्टवेयर को हजारों फाइलों में डिवाइड किया जाता है
Proprietary Open source
proprietary:– किसी कंपनी या स्वामित्व व्यक्ति से बेचने के लिए इस तरह का सॉफ्टवेयर बनाए जाते हैं
Open source:- यह एक पब्लिक के लिए बनाए जाते हैं जिसे कोई भी आसानी से एक्सेस कर सकता है फ्री में जो डोनेशन से पैसा मिलता अब बात करते हैं
सॉफ्टवेयर के प्रकार
software वैसे तो इसके कई प्रकार हो सकते है लेकिन मुख्यत इसके दो प्रकार होते है
- application software
- सिस्टम सॉफ्टवेयर (system software)
application software :-
application software वो होता है जिसे आप अपने डिवाइस पे चलते है मतलब जो लोगों के काम आता है आदि उदाहरण के लिए instagram, facebook, firebox, ms word इत्यादि
एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर वह होता है जो कंप्यूटर सिस्टम का उपयोग विशिष्ट कार्य को करने में किया जाता है या कंप्यूटर संचालन के पड़े इंटरटेनमेंट कराने के लिए किया जाता है
अब मॉड 5 में बहुत सारे एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर जुड़ गया है
सिस्टम सॉफ्टवेयर (system software):-
ऐसे सॉफ्टवेयर सिस्टम या कंप्यूटर पर कार्य करते हैं उसे सिस्टम सॉफ्टवेयर कहते हैं जैसे os, drive , सिस्टम सॉफ्टवेयर वह होता है जो कंप्यूटर के हार्डवेयर को मैनेज करता है system software एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर को चलाने के लिए एक मंच प्रदान करता है
एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर को चलाने के लिए डिजाइन किया जाता है जिस ऑपरेटिंग सिस्टम, डिवाइस ड्राइव
Operating system os, android, window ,ios
तो चलिए हम जानते हैं कि आप एक सॉफ्टवेयर कैसे बना सकते हैं तो सबसे पहले आप एक ही रुचि खोजिए कि आप किस तरह की सॉफ्टवेयर बना बनाने की रुचि रखते हैं यह अलग-अलग सॉफ्टवेयर अभी-अभी मैंने पीछे बताए हैं आप एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर को बनाने में रुचि रखते हैं या एक सिस्टम सॉफ्टवेयर को बनाने में रुचि रखते हैं तो सबसे पहले आपको यह डिसाइड करना होगा कि एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर को बनाने में रुचि रखते हैं या सिस्टम सॉफ्टवेयर को बनाने में रुचि रखते हैं
software development करने के दो बेसिक टाइप होते हैं यह होता है एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर और दूसरा सिस्टम सॉफ्टवेयर
software बनाने के लिए प्रोग्राम लिखने आना जरूरी है
आप एक प्रोग्रामिंग लैंग्वेज सीखे कुछ नया करने के लिए कुछ नए आइडियाज सबके दिमाग में आता है और वह सिर्फ एक डेवलपर ही कर पाते हैं तो सबसे पहले आपको एक प्रोग्रामिंग लैंग्वेज सीखना होगा आजकल बहुत सारे प्रोग्रामिंग लैंग्वेज लेकिन सबसे पहले बेसिक लैंग्वेज। सीखना होगा
चलिए बात करते हैं कि सभी पर बनाते समय किन किन बातों को ध्यान में रखना चाहिए
1 .quality and realiability :-
जब भी आए एक सॉफ्टवेयर बनाया तो सॉफ्टवेयर की क्वालिटी पर अधिक ध्यान दें खासकर ए कमर्शियल software पर यदि कोई सॉफ्टवेयर दोषपूर्ण है तो यो यूजर के काम को डिलीट कर सकता है कंप्यूटर को प्रेस भी कर सकता है और भी कई तरह की दिखते यूजर्स को दे सकती हैं
सॉफ्टवेयर टेस्टिंग के बाद कई सारे bugs को मिटाए जाते हैं हालांकि सॉफ्टवेयर टेस्टिंग के दौरान कई सारे गलतियों को मिटाए जाते हैं जिसे को bugs कहते हैं
2.Software licence:-
यूजर्स को यूज करने का अधिकार देता है कुछ सॉफ्टवेयर आपका फ्री ट्रायल करने के लिए मुफ्त में दिया जाता है उस सॉफ्टवेयर को ट्राई करने के लिए आपको ग्रुप में परचेस किया जाता है या कुछ टाइम के लिए दिया जाता है जैसे adobe
तो मैं आशा करता हूं कि आप को सॉफ्टवेयर कैसे बनाए जाते हैं आपको सभी बातें समझ में आ गए होंगे अगर आ गए होंगे तो हमारे अकाउंटेंट डाइटिंग पर आप कमेंट जरुर करें और हमारे the Hindu stan voice को और आगे मैं जाए हमारी कामयाबी आपकी कामयाब
लेखक :- पिंटू कुमार मुझे आर्टिकल लिखने का बहुत शौक है मैं आशा करता हूं कि आर्टिकल आपको बहुत पसंद आया होगा धन्यवाद कि हमारा ये आर्टिकल पसंद आया होगा