हमारे देश के सभी भाइयों और बहनों इस समय हमारा भारतीय करेंसी यानी कि रुपया ₹90 के पार पहुँच गया है डॉलर के मुकाबले और ये पहुंच ही नही गया ये धीरे धीरे 100 की ओर बढ़ रहा है!
हमारे देश के कुछ ऐसे वाले है मीडिया है जो ये दावा कर रहे है कि ये तो फायदेमंद है, एक्सपोर्ट बढ़ेंगे लेकिन सच जानना और बताना हमारा और आपका काम है
ये सब देख कर मोदी सरकार कह रहे है सब कंट्रोल में है। लेकिन ये गिरावट ने पोल खोल दी 3 बड़ी झूठी बातें भारतीय अर्थव्यवस्था के बारे में।
3 बड़ी झूठ
#1.अर्थव्यवस्था मज़बूत
भारत दुनिया की सबसे तेज बढ़ती इकोनॉमी है जिसकी जिसकी GDP ग्रोथ 7% दिख रही है लेकिन रुपया क्यों गिर रहा? ट्रेड डेफिसिट रिकॉर्ड और ऑयल इम्पोर्ट मे इतनी महंगाई कैसे क्या ये मजबूत इकोनॉमी के संकेत है तो नहीं बल्कि कमजोरी के हैं RBI ग्रेजुअल डिप्रीकिएशन करने दे रहा क्योंकि इंटरनेशनल रिजर्व घट रहा है|
#2.कमजोर रुपया बढ़ोत्तरी
रुपए का गिरना अच्छा है जिससे एक्सपोर्टर्स को फायदा को फायदा होगा लेकिन हकीकत तो ये है कि 80% से ज़्यादा एक्सपोर्ट्स IT सर्विसेज की हैं, जिनकी कॉस्ट डॉलर में ही सेटल होती।
इम्पोर्टेड ऑयल, गोल्ड और पेट्रोल की महंगाई बढ़ेगी तो क्या ये आम आदमी के लिए ये इंपोर्टेड items महँगे पड़ेंगे पड़ने वाले है| इतना तो सब समझ सकते है कि CAD बढ़ेगा तो सिर्फ कुछ एक्सपोर्टर्स को फायदा, बाकी सबको नुकसान।
#3.सब कंट्रोल में है
RBI सब संभाल लेगा लेकिन US टैरिफ के बाद, डॉलर स्ट्रॉन्ग ग्लोबल रिस्क से एशिया की सबसे खराब करेंसी INR बन गई। ट्रेड डील अनिश्चित, FPI आउटफ्लो जारी है लेकिन सरकार ड्रामा कर रही, डिलीवरी नहीं है तो वो नहीं है।