IPO यानी Initial Public Offering। नमस्कार साथियों! स्वागत है आपका हमारे इस प्लेटफार्म पर जहां आप अपनी लाइफ की ग्रोथ को लेकर सभी सवालों का उत्तर जानने का प्रयास करते है।
आज की इस पोस्ट हम बात जानेंगे IPO के बारे में – IPO क्या होता है? इसमें Invest करें या नहीं? How to Invest in IPO? सब कुछ बिल्कुल बेसिक से, देसी भाषा में, आपकी भाषा में समझ सकते हैं। IPO का फायदे-नुकसान, टर्मिनोलॉजी जैसे Issue Price, Offer Price, Bid Price, Lot Size, Oversubscribe, Undersubscribe, Listing Gain, Allotment – सब कवर करेंगे इस पोस्ट में जान सकते है
IPO यानी (Initial Public Offering) जब कोई कंपनी बनती है, तो पहले खुद का या फैमिली से पैसा लगाकर शुरू करती है कोई भी व्यक्ति जिसे Self Funding कहते हैं। फिर उस कंपनी बड़ा करने के लिए Angel Investor या Venture Capital (VC) से फंडिंग लेती है। लेकिन कंपनी को अगर करोड़ों रुपए चाहिए तो लोन का बोझ नहीं हो, इसलिए स्टॉक मार्केट में जाती है
दूसरे शब्दों में (IPO) को समझे
IPO जब कोई कंपनी पब्लिक से पैसे लेती है कंपनी को बड़ा करने के लिए तो कंपनी प्राइवेट लिमिटेड से पब्लिक लिमिटेड हो जाती है क्योंकि उसमें पब्लिक का भी शेयर होता है|
IPO की ताकत
भारत की 140 करोड़ आबादी में 1 करोड़ लोग भी ₹1000 लगाएं तो कंपनी को ₹1000 करोड़ मिल जाते हैं, बिना इंटरेस्ट चुकाए। कंपनी ग्रो करे तो इन्वेस्टर को प्रॉफिट, लॉस हो तो कोई लायबिलिटी नहीं। कंपनी के लिए कॉस्ट-इफेक्टिव फंडिंग होता है ।
IPO में आम आदमी क्यों रूपये लगाए?
IPO में Early Mover Advantage मिलता है। कंपनी लिस्टिंग प्राइस सबसे कम रखती है, लिस्टिंग पर ऊपर-नीचे हो सकता है। गोल्ड या प्रॉपर्टी की तरह – सस्ते में लिया, महंगा बिका तो प्रॉफिट। लेकिन हर आईपीओ प्रॉफिट नहीं दे सकता है क्योंकि आप ही सोचिए क्या हर कंपनी हमेशा प्रॉफिट में ही रहती क्या तो साथियों कंपनी कभी प्रॉफिट भी करती है तो कभी loss ये तो आप भी समझते है।
IPO कैसे अप्लाई करें?
IPO अप्लाई करने के लिए आपके पास एक Demat Account होना जरुरी है| Demat Account खोलने के लिए आपको किसी ब्रोकर ऐप को चुनना होगा आप किसी अच्छे ब्रोकर ऐप को चुन सकते हैं जहां आप एक Demat Account खोल सकते हैं |
Demate Account खुल जाने के बाद आपको IPOs का विकल्प मिलता है जिसे आप चुनें। IPO में जाने के बाद आपको तीन या हो सकता है आपको उस कंपनी को दो ही ऑप्शन मिले जिससे आप invest करेंगे
- 1Retail (छोटे इन्वेस्टर),
- HNI (बड़े),
- Employee (डिस्काउंट मिल सकता)।

Bid Price जिसमें आप अपनी हिसाब से कितना क्वांटिटी लेना है अपनी मर्जी से Bid price चुने , Lot Size (गुच्छा, जैसे 9 शेयर)। Issue Size कंपनी कितना मांग रही (जैसे ₹4321 Cr)। Open/Close डेट चेक कर करके देख सकते हैं
सब कुछ अच्छे से देख लेने के बाद आप next कर के पेमेंट कटा कर आप उस कंपनी का आईपीओ ले सकते हैं
निष्कर्ष (Conclusion)
साथियों अगर सब कुछ आपको आसान भाषा में समझ आया हो तो आपको कोई और आर्टिकल या video देखने की जरूरत नहीं पड़ेगी और ताड़ी कोई समस्या है तो कृपया करके आप हमसे पूछ सकते हैं या कमेंट कर सकते हैं धन्यवाद!